PKVY योजना: जैविक खेती की ओर एक क्रांतिकारी कदम

जानें कि परंपरागत कृषि विकास योजना (PKVY) क्या है, इसके लाभ, आधिकारिक वेबसाइट, और ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया। जैविक खेती अपनाकर कैसे पाएं सरकारी सहायता, पूरी जानकारी यहां पढ़ें!


परंपरागत कृषि विकास योजना (PKVY) क्या है?

भारत की अर्थव्यवस्था का एक बड़ा हिस्सा कृषि पर आधारित है, लेकिन रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों के अत्यधिक उपयोग से मिट्टी की गुणवत्ता, किसानों की आय और पर्यावरण पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। इस समस्या को हल करने और जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए, भारत सरकार ने परंपरागत कृषि विकास योजना (PKVY) शुरू की।

यह योजना किसानों को जैविक खेती अपनाने के लिए आर्थिक सहायता, प्रशिक्षण और बाजार संपर्क प्रदान करती है। यदि आप किसान हैं या जैविक खेती को लेकर रुचि रखते हैं, तो यह लेख आपको PKVY योजना के उद्देश्यों, लाभों, पात्रता, आवेदन प्रक्रिया और सरकारी सहायता के बारे में पूरी जानकारी देगा।


PKVY योजना का उद्देश्य

PKVY योजना के माध्यम से सरकार किसानों को रासायनिक मुक्त, पारंपरिक और प्राकृतिक कृषि अपनाने के लिए प्रेरित कर रही है। इसके प्रमुख उद्देश्य इस प्रकार हैं:

✅ किसानों को रासायनिक खेती से हटाकर जैविक खेती अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना।
50 एकड़ की क्लस्टर आधारित खेती को बढ़ावा देना।
मिट्टी की उर्वरता को सुधारना और पर्यावरण संरक्षण सुनिश्चित करना।
किसानों को जैविक उत्पादों की ब्रांडिंग एवं विपणन सहायता देना।
आर्थिक सहायता और सब्सिडी प्रदान करना।


PKVY योजना के लाभ

1. आर्थिक सहायता

सरकार ₹50,000 प्रति हेक्टेयर की आर्थिक सहायता प्रदान करती है, जिसमें से ₹31,000 जैविक खाद, जैव उर्वरक और प्राकृतिक कीटनाशकों पर खर्च किया जाता है।

2. प्रशिक्षण एवं मार्गदर्शन

किसानों को जैविक खेती, जैविक खाद तैयार करने, फसल चक्र और कीट प्रबंधन पर विशेष प्रशिक्षण दिया जाता है।

3. प्रमाणन और ब्रांडिंग

सरकार किसानों की मदद करती है PGS-India (Participatory Guarantee System) के माध्यम से जैविक प्रमाणन प्राप्त करने और ब्रांडिंग एवं बिक्री में सहायता करती है।

4. मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार

रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों के बिना मिट्टी की उर्वरता और उत्पादकता में सुधार होता है।

5. पर्यावरण और स्वास्थ्य लाभ

जैविक खेती से स्वस्थ खाद्य उत्पाद तैयार होते हैं, जिससे लोगों का स्वास्थ्य बेहतर होता है और प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण होता है।


PKVY योजना के लिए पात्रता

कोई भी किसान या किसान समूह यदि निम्नलिखित पात्रता मानदंडों को पूरा करता है, तो वह इस योजना के लिए आवेदन कर सकता है:

✔ आवेदक भारत का किसान या किसान समूह होना चाहिए।
✔ किसानों को जैविक खेती अपनाने के लिए तैयार रहना चाहिए।
क्लस्टर में कम से कम 20 किसान और 50 एकड़ भूमि होनी चाहिए।
✔ किसान को PGS-India के तहत जैविक प्रमाणन लेना आवश्यक है।


PKVY योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया

अगर आप PKVY योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको ऑनलाइन आवेदन करना होगा। नीचे दिए गए चरणों का पालन करें:

स्टेप 1: आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं

➡ PKVY योजना के लिए आधिकारिक वेबसाइट:
🔗 https://pgsindia-ncof.gov.in/

स्टेप 2: किसान पंजीकरण करें

✅ “नया पंजीकरण” (New Registration) पर क्लिक करें।
✅ अपनी जानकारी भरें:

  • नाम
  • मोबाइल नंबर
  • आधार नंबर
  • भूमि का विवरण

योजना के विकल्प में PKVY चुनें

स्टेप 3: आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें

आधार कार्ड (पहचान प्रमाण के लिए)
भूमि स्वामित्व प्रमाण पत्र
मृदा स्वास्थ्य कार्ड
बैंक खाता विवरण

स्टेप 4: आवेदन सबमिट करें

✔ आवेदन की समीक्षा करें और सबमिट बटन दबाएं
✔ आवेदन सबमिट करने के बाद एक आवेदन संख्या प्राप्त होगी, जिससे आप स्टेटस ट्रैक कर सकते हैं।

स्टेप 5: आवेदन की समीक्षा एवं स्वीकृति

✔ कृषि विभाग द्वारा आवेदन की जांच की जाएगी।
✔ स्वीकृति मिलने पर आर्थिक सहायता एवं प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।

स्टेप 6: जैविक खेती शुरू करें

✔ आवेदन स्वीकृत होने के बाद, आप जैविक खेती शुरू कर सकते हैं और सरकारी सहायता प्राप्त कर सकते हैं।


आवश्यक दस्तावेज

🔹 आधार कार्ड
🔹 भूमि स्वामित्व प्रमाण पत्र
🔹 मृदा स्वास्थ्य रिपोर्ट
🔹 क्लस्टर पंजीकरण प्रमाण पत्र
🔹 बैंक पासबुक की प्रति


भारत में PKVY योजना का प्रभाव

🚜 10 लाख से अधिक किसानों ने योजना का लाभ उठाया
🌱 10,000 से अधिक जैविक क्लस्टर बनाए गए
🛒 ई-नाम (e-NAM) के तहत जैविक उत्पादों के लिए बाजार सुविधा उपलब्ध


PKVY योजना से जुड़े कुछ सवाल (FAQs)

1. क्या कोई भी किसान PKVY के लिए आवेदन कर सकता है?

🔹 नहीं, केवल 20 किसानों के क्लस्टर (50 एकड़ भूमि) वाले समूह ही आवेदन कर सकते हैं

2. क्या आवेदन करने के लिए शुल्क देना होगा?

🔹 नहीं, यह पूरी तरह निःशुल्क योजना है।

3. आर्थिक सहायता मिलने में कितना समय लगता है?

🔹 आवेदन स्वीकृत होने के बाद 60 दिनों के भीतर राशि जारी की जाती है

4. क्या जैविक उत्पादों को ऑनलाइन बेचा जा सकता है?

🔹 हां, किसान ई-नाम (e-NAM) और अन्य जैविक बाजारों में अपने उत्पाद बेच सकते हैं।

5. अगर आवेदन अस्वीकृत हो जाए तो क्या करें?

🔹 किसान सही जानकारी के साथ पुनः आवेदन कर सकते हैं


निष्कर्ष: जैविक खेती अपनाएं और समृद्ध बनें!

PKVY योजना सिर्फ एक सरकारी योजना नहीं, बल्कि जैविक खेती को बढ़ावा देने का एक आंदोलन है। यदि आप किसान हैं और अपनी फसल को रासायनिक मुक्त बनाकर अधिक लाभ कमाना चाहते हैं, तो PKVY आपके लिए एक शानदार अवसर है

💡 आज ही PKVY के लिए आवेदन करें और अपनी भूमि को जैविक बनाएं!

🔗 आधिकारिक वेबसाइट: https://pgsindia-ncof.gov.in/

🌱 रसायन मुक्त खेती अपनाएं, स्वस्थ जीवन अपनाएं! 🌱


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